नई दिल्ली/ पटना: बीजेपी ने एक बार फिर नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) बड़ा झटका दिया है। मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के बाद दादरा नगर हवेली और दमन दीव से जेडीयू के 16 नेता बीजेपी में शामिल हो गए। जेडीयू के नेता और स्थानीय निकायों में निर्वाचित सदस्य भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ( JP Nadda ) की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल हुए। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की यह तीसरी इकाई है, जिसके नेता जेडीयू के भाजपा के साथ अलग होने के बाद बीजेपी में शामिल हो गए। इससे पहले, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश इकाइयों के जेडीयू नेता भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा महासचिव तरुण चुग ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश से जदयू के 16 नेता पार्टी में शामिल हुए। इससे पहले मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। जेडीयू के राष्ट्रीय परिषद से ठीक पहले मणिपुर में जेडीयू के 6 में से पांच विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में भी जेडीयू के सात में 6 विधायकों ने पाला बदलकर बीजेपी का दामन थाम लिया था। इधर, बीजेपी के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल का कहना है कि नीतीश कुमार ने जब से भ्रष्टाचारी और जंगलराज के प्रतीक माने जाने वाले राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाई है, तभी से उनकी पार्टी में लगातार टूट देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले अरुणाचल प्रदेश, फिर मणिपुर और रविवार यानी 19 सितंबर को दादरा नगर हवेली के जनता दल यूनाइटेड की पूरी इकाई ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। उन्होंने कहा कि नीतीश से जेडीयू के अंदर खाने में खासी नाराजगी है। वहीं दूसरे प्रदेश में जहां इक्के दुक्के जेडीयू के कार्यकर्ता और नेता बचे हैं, वह धीरे-धीरे जेडीयू और नीतीश कुमार को छोड़ अपने राजनीतिक भविष्य के लिए दूसरा ठिकाना खोज रहे हैं। गौरतलब है कि एनडीए से अलग होने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के खिलाफ संयुक्त मोर्चा बनाने के लिए विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। नीतीश कुमार की कोशिश है कि 2024 चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट कर लिया जाए।
from https://ift.tt/o6MBbx8
No comments:
Post a Comment