नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन आठ चीतों को छोड़ा था, देशभर के लोगों ने उनके लिए नाम कई दिलचस्प नाम सुझाए हैं। जी हां, चीतों के लिए मिल्खा, चेतक, वायु, स्वस्ति और त्वारा जैसे नामों के सुझाव आए हैं। भारत से विलुप्त हो चुके चीतों को फिर से बसाने के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के तहत इन चीतों को नामीबिया से लाया गया है। पीएम मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में नागरिकों से माईगव प्लेटफॉर्म पर इनके नामों के चयन से संबंधित प्रतियोगिताओं में भाग लेने का आग्रह किया था। उन्होंने यह भी कहा कि चीतों को नए वातावरण में खुद को ढालने में कुछ समय लगेगा। बाद में सरकार इस पर फैसला करेगी कि क्या राष्ट्रीय उद्यान को जनता के लिए खोला जा सकता है। मोदी ने कहा था कि उन्हें देशभर से संदेश मिल रहे हैं कि लोगों को चीतों को देखने का मौका कब मिलेगा। उन्होंने मंगलवार को फिर से लोगों से चीतों के नाम सुझाने और नामाकरण प्रतियोगिता में भाग लेने का आग्रह किया। विजेता प्रतिभागियों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों को देखने के लिए यात्रा का मौका मिलेगा। इसमें भाग लेने की अंतिम तिथि 26 अक्टूबर है। प्लेटफॉर्म को अब तक वीर, पनाकी, भैरव, ब्रह्मा, रुद्र, दुर्गा, गौरी, भाद्र, शक्ति, बृहस्पति, चिन्मयी, चतुर, वीर, रक्षा, मेधा और मयूर जैसे नामों के सुझाव के साथ 750 से अधिक प्रविष्टियां प्राप्त हो चुकी हैं। ‘पुन: परिचय परियोजना’ के लिए, 800 से अधिक लोगों ने 'कूनो का कुंदन', 'मिशन चित्रक', 'चिरायु' और 'चितवाल' जैसे शीर्षक सुझाए हैं। साल 1952 में देश में चीते की प्रजातियों को विलुप्त घोषित किए जाने के 70 साल बाद चीता भारत आया है।
from https://ift.tt/uh8GyKe
No comments:
Post a Comment