जयपुर : तीन दिन से प्रदेश कांग्रेस में चल रहे घमासान के बीच कांग्रेस के कई विधायक और मंत्री असमंजस की स्थिति में है। कई नेता इस चिंता में पड़ गए हैं कि धारीवाल के कहने पर जो कदम उठाया, वह कहीं उल्टा को नहीं पड़ गया। इसी कशमकश को लेकर आधा दर्जन मंत्रियों और एक दर्जन विधायकों ने मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। हालांकि यहां किसी एजेंडे को लेकर कोई बैठक नहीं थी। इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री आवास पर जाकर करीब एक घंटे तक चर्चा की गई। गहलोत ने मंत्रियों और विधायकों को दिलाया भरोसा, कहा - डोंट वरी प्रदेश कांग्रेस के वर्तमान हालातों को लेकर गहलोत ने अपने मंत्रियों और विधायकों को चिंता नहीं करने की बात कही है। जैसे ही मुख्यमंत्री के सामने मंत्री और विधायकों ने ताजा हालातों का जिक्र छेड़ा को उन्होंने इतना ही कहा कि "डोंट वरी'। गहलोत के मुंह से डोंट वरी सुनकर मंत्रियों और विधायकों में आत्मविश्वास बढ गया। गहलोत ने कहा कि उन्हें किसी भी पद का मोह नहीं है। पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर वे काम कर चुके हैं। वे जनता के बीच रहकर लोगों की सेवा करते रहना चाहते हैं। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान गहलोत ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन के बारे में कोई जिक्र नहीं किया। अलग से बैठक के लिए मैंने नहीं कहा था - गहलोत मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद अधिकतर विधायकों और मंत्रियों ने मीडिया से दूरी बनाई। कुछ विधायकों का कहना था कि गहलोत ने स्पष्ट किया कि रविवार को विधायक दल की बैठक से पहले धारीवाल के बंगले पर हुई बैठक के बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी। उन्होंने ऐसी बैठक करने के लिए नहीं कहा था। हालांकि बैठक का समय होने के दौरान पता चला कि कई विधायक वहां चले गए हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों और मंत्रियों की भावनाएं है। जो उन्होंने अपने सीनियर नेता के समक्ष प्रकट की। गहलोत बोले कि वे कांग्रेस हाईकमान के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। जो भी आदेश आलाकमान से आएगा, वह हमें स्वीकार होगा। तीन दिन पहले की बात दोहराई गहलोत ने विधायकों और मंत्रियों से मुलाकात के दौरान अशोक गहलोत ने रविवार की बात को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी पद का लालच नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी भावना से अगस्त में ही आलाकमान को बता दिया था। उन्होंने साफ कहा कि प्रदेश के 102 विधायकों में से किसी भी विधायक को मुख्यमंत्री बनाओ। हमें कोई दिक्कत नहीं है। यही बयान गहलोत ने तनोट माता के मंदिर में दर्शन के दौरान मीडिया के सामने कही थी। ये मंत्री और विधायक मिले मुख्यमंत्री से मुख्यमंत्री के आवास पर जाकर अशोक गहलोत से मुलाकात करने वाले मंत्रियों में सुखराम विश्नोई, राजेन्द्र यादव, भंवर सिंह भाटी, धर्मेन्द्र सिंह राठौड़, अशोक चांदना, सालेह मोहम्मद शामिल थे। विधायकों में रफीक खान, हाकिम अली, मदन प्रजापत, अमीन कागजी, खुशवीर सिंह जोजावर, मीना कुमारी, अमित चाचाण और जगदीश जांगिड़ शामिल थे। मंत्रियों की और विधायकों की यह मुलाकात सीएम हाउस के लॉन के पास खुले में हुई। सीएम ने खड़े खड़े ही हंसते हुए चर्चा की। रिपोर्ट - रामस्वरूप लामरोड़
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